Wednesday, 26 June 2013 16:35 |
देहरादून। बाढ़ से प्रभावित उत्तराखंड में आसमान में बादल छाए होने के बावजूद आज हवाई बचाव अभियान बाधित नहीं हुआ हालांकि सुबह में कोहरा होने के कारण थोडे समय के लिए सहस्त्रधारा हेलीपैड और हेलीकाप्टरों की उड़ानों में देरी हुयी। एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार हर्सिल, भटवारी, मनेरी और बदरीनाथ सहित विभिन्न स्थानों से जहां सड़क संपर्क बाधित है, करीब एक हजार लोगों को कल शाम तक हवाई मार्ग से निकाला गया वहीं सड़क मार्ग से भी करीब एक हजार लोगों को निकाला गया। बदरीनाथ और उसके आसपास के इलाकों से आज सुबह से पांच हेलीकाप्टरों के जरिए 204 लोगों को बचाया गया। इसमें कहा गया है कि बचाव अभियान शुरू होने के बाद से राज्य में विभिन्न स्थानों से अब तक 99,000 लोगों को सड़क और हवाई मार्ग से निकाला जा चुका है। इसमें कहा गया है कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है लेकिन इसके हजारों करोड़ रूपए में पहुंचने की आशंका है। मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री घाटी का दौरा कर मनेरी और भटवारी इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा मातिल और चिनयालिसौर में प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने जिला अधिकारियों, थलसेना, वायुसेना और अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। गंगोत्री घाटी में फंसे लोगों के बचाने के लिए अभियान में पांच एमआई..17 हेलीकाप्टरों और छह असैनिक हेलीकाप्टरों को लगाया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अगर मौसम अनुकूल रहा तो गंगोत्री, मातिल, मनेरी और भटवारी से आज सभी फंसे लोगों को निकाल लेने की अनुमति है। बदरीनाथ में छह एमआई..17 और पांच असैनिक हेलीकाप्टर लगाए गए हैं। कुमायूं क्षेत्र में 2 एमआई..17, एक एएलएच और दो असैनिकल हेलीकाप्टर लगाए गए हैं। इन हेलीकाप्टरों के जरिए खाद्य सामान, मेडिकल और अन्य राहत सामग्री मुहैया कराए जा रहे हैं। सभी जिलाधिकारियों को तत्काल राहत वितरण शुरू करने को कहा गया है। इसके साथ ही अपने क्षेत्रों में केरोसिन और एलपीजी का पर्याप्त भंडारण करने को कहा गया है। (भाषा) |
Current Real News
7 years ago
No comments:
Post a Comment