Sunday, 17 June 2012 10:25 |
विवेक सक्सेना नई दिल्ली, 17 जून। प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी के एलान के बाद राजग अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करने पर विचार कर रहा है। कांग्रेस नीत यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी के एलान के बाद राजग अब उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। हालांकि इसके बदले में उपराष्ट्रपति पद के लिए वह डा. नजमा हेपतुल्ला के लिए यूपीए से समर्थन मांग सकता है। पर इस बारे में अंतिम फैसला रविवार को होने वाली राजग की बैठक में किया जाएगा। जद (एकी) ने शुक्रवार को वस्तुत: एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति के रूप में पेश करने के मुद्दे पर अपने पांव पीछे खींच लिए थे। राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी पर राजग में समर्थन बढ़ रहा है क्योंकि विपक्षी गठजोड़ के एक वर्ग का कहना है कि इस समय मुकाबला करने से विपक्ष को केवल शर्मिंदगी का सामना करना पड़ेगा। ये पार्टियां मुखर्जी के नाम पर आम सहमति की पक्षधर रहेंगी। उनकी दलील है कि ना तो पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने चुनाव लड़ने की सहमति दी है और ना ही राजग के पास संख्या बल है। नरेश गुजराल सहित शिरोमणि अकाली दल के नेताओं से शनिवार को मुलाकात करने वाले जद (एकी) प्रमुख शरद यादव ने कहा कि राजग की रविवार की बैठक के बाद इस पर सामूहिक फैसला किया जाएगा। गुजराल ने कलाम का नाम राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल करने के प्रयासों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आप कलाम का नाम बार-बार क्यों ले रहे हैं जबकि उन्होंने कभी नहीं कहा कि वे चुनाव लड़ेंगे। राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में कलाम को खींचने के प्रयास की आलोचना करते हुए गुजराल ने कहा कि इससे कलाम का 'अपमान' होगा क्योंकि इसके लिए उन्होंने अपनी सहमति नहीं दी है । अकाली दल के कलाम की उम्मीदवारी के समर्थन के सवाल पर गुजराल ने कहा कि उनकी पार्टी इस तरह के सवाल का जवाब तभी देगी जब कलाम पहले कहें कि वे चुनाव लड़ रहे हैं। अकाली दल चाहता है कि राजग राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब का समर्थन करे और बदले में पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाए। |
Sunday, June 17, 2012
समर्थन के बदले उपराष्ट्रपति पद मांग सकता है राजग
समर्थन के बदले उपराष्ट्रपति पद मांग सकता है राजग
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